Index Search for 'आहारेणाथ' |
Shloka: | प्रह्वा पर्यचरच्चापि भर्तारमसितेक्षणा ।आहारेणाथ भक्ष्यैश्च वाक्यैः सुमधुरैस्तथा ॥ |
Reference: | 3.37.197.0.11(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>सप्तनवत्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#11) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | सप्तनवत्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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