Index Search for 'आहारप्रभवाः' |
Shloka: | आहारप्रभवाः प्राणा मनो दुर्निग्रहं चलम् । मनसश्चेन्द्रियाणां चाप्यैकाग्र्यं निश्चितं तपः ॥ |
Reference: | 3.41.246.0.25(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>व्रीहीद्रौणिकपर्व>षट्चत्वारिंशदधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#25) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | व्रीहीद्रौणिकपर्व |
Adhyaya: | षट्चत्वारिंशदधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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