Index Search for 'आस्था' |
Shloka: | विज्ञातोऽसि मया पूर्वं चेष्टञ्शस्त्रपरीक्षणे ।आस्था तु त्वयि मे नास्ति यतोऽसि न हतस्तदा । ब्रह्मरूपप्रतिच्छन्नो न नो वदसि चाप्रियम् ॥ |
Reference: | 3.34.154.0.32(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>जटासुरवधपर्व>चतुःपञ्चाशदधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#32) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | जटासुरवधपर्व |
Adhyaya: | चतुःपञ्चाशदधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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