Index Search for 'आश्रमं' |
Shloka: | शरं चोद्धृतवानस्मि तस्य वै द्विजसत्तम ।आश्रमं च मया नीतो न च प्राणैर्व्ययुज्यत ॥ |
Reference: | 3.37.206.0.7(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>षडधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#7) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | षडधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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