Index Search for 'आवयोर्व्याहृतं' |
Shloka: | अथाब्रवीत्सदस्यांस्तु गौतमो मुनिसत्तमान् ।आवयोर्व्याहृतं प्रश्नं शृणुत द्विजपुंगवाः । वैन्यो विधातेत्याहात्रिरत्र नः संशयो महान् ॥ |
Reference: | 3.37.183.0.19(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>त्र्यशीत्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#19) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | त्र्यशीत्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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