Index Search for 'आर्ष्टिषेणस्य' |
Shloka: | आर्ष्टिषेणस्य राजर्षेः प्राप्य भूयस्त्वमाश्रमम् । तामिस्रं प्रथमं पक्षं वीतशोकभयो वस ॥ |
Reference: | 3.35.159.0.10(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>यक्षयुद्धपर्व>एकोनषष्ट्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#10) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | यक्षयुद्धपर्व |
Adhyaya: | एकोनषष्ट्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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