Index Search for 'आर्या' |
Shloka: | ततः संकल्प्य पुत्रत्वे स्कंदं मातृगणोऽगमत् । काकी च हलिमा चैव रुद्राथ बृहली तथा ।आर्या पलाला वै मित्रा सप्तैताः शिशुमातरः ॥ |
Reference: | 3.37.217.0.9(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>सप्तदशाधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#9) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | सप्तदशाधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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