Index Search for 'आरुरुक्षू' |
Shloka: | ततस्तैः संविदं कृत्वा यथावन्मधुसूदनः ।आरुरुक्षू रथं सत्यामाह्वयामास केशवः ॥ |
Reference: | 3.38.224.0.2(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदी-सत्यभामासंवादपर्व>चतुर्विंशत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#2) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदी-सत्यभामासंवादपर्व |
Adhyaya: | चतुर्विंशत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
Search other sources: | search this word on other online resources
|