Index Search for 'आरण्यकम्' |
Shloka: | एतत्आरण्यकम् पर्व तृतीयम् परिकीर्तितम् । अत्र अध्याय शते द्वे तु संख्याते परम् ऋषिणा । एक उनसप्ततिः च एव तथा अध्यायाः प्रकीर्तिताः ॥ |
Reference: | 1.2.2.0.128(आदिपर्व>पर्वसंग्रहपर्व>द्वितीयोऽध्यायः (02)>श्लोक#128) |
Parva: | आदिपर्व |
Upaparva: | पर्वसंग्रहपर्व |
Adhyaya: | द्वितीयोऽध्यायः (02) |
Akhyana: | |
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