Index Search for 'आत्मना' |
Shloka: | स प्रविश्याश्रमं शून्यं सिंहगोष्ठं वृको यथा ।आत्मना सप्तमः कृष्णामिदं वचनमब्रवीत् ॥ |
Reference: | 3.42.251.0.8(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>एकपञ्चाशदधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#8) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | एकपञ्चाशदधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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