Index Search for 'आत्मनः' |
Shloka: | वैशंपायन उवाच - एवम् स तुर्वसुम् शप्त्वा ययातिः सुतम्आत्मनः । शर्मिष्ठायाः सुतम् द्रुह्युम् इदम् वचनम् अब्रवीत् ॥ |
Reference: | 1.7.79.2.14(आदिपर्व>संभवपर्व>एकोनाशीतितमोऽध्यायः (79)>ययात्युपाख्यान>श्लोक#14) |
Parva: | आदिपर्व |
Upaparva: | संभवपर्व |
Adhyaya: | एकोनाशीतितमोऽध्यायः (79) |
Akhyana: | ययात्युपाख्यान |
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