Index Search for 'आतिष्ठस्तप' |
Shloka: | प्रभासं चाप्यथासाद्य तीर्थं पुण्यजनोचितम् । तथा कृष्ण महातेजा दिव्यं वर्षसहस्रकम् ।आतिष्ठस्तप एकेन पादेन नियमे स्थितः ॥ |
Reference: | 3.31.13.0.14(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>कैरातपर्व>त्रयोदशोऽध्यायः (13)>श्लोक#14) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | कैरातपर्व |
Adhyaya: | त्रयोदशोऽध्यायः (13) |
Akhyana: | |
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