Index Search for 'आजगामाश्रमं' |
Shloka: | ततो मुहूर्तात्सावित्री भर्त्रा सत्यवता सह ।आजगामाश्रमं रात्रौ प्रहृष्टा प्रविवेश ह ॥ |
Reference: | 3.42.282.0.21(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>द्वयशीत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#21) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | द्वयशीत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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