Index Search for 'आगन्तारस्तदा' |
Shloka: | यदा क्रोधहविर्मोक्ता धार्तराष्ट्रेषु पाण्डवः ।आगन्तारस्तदा स्मेति वाच्यस्ते स सुयोधनः ॥ |
Reference: | 3.39.242.0.15(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>घोषयात्रापर्व>द्विचत्वारिंशदधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#15) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | घोषयात्रापर्व |
Adhyaya: | द्विचत्वारिंशदधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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