Data Entry/Edit
Search Mahabharata
Mahabharata Home
Site Home
DIRECT SEARCH
(unicode Sanskrit)
ALPHABET SEARCH
ॐ
अ
आ
इ
ई
 
उ
ऊ
ए
ऐ
ओ
औ
अं
ऋ
लृ
क
ख
ग
घ
च
छ
ज
झ
ट
ठ
ड
ढ
ण
त
थ
द
ध
न
प
फ
ब
भ
म
य
र
ल
व
श
ष
स
ह
क्ष
त्र
ज्ञ
SEARCH BY CLASS
Parva
आदिपर्व
सभापर्व
वनपर्व(आरण्यक)
विराटपर्व
उद्योगपर्व
भीष्मपर्व
द्रोणपर्व
कर्णपर्व
शल्यपर्व
सौप्तिकपर्व
स्त्रीपर्व
शान्तिपर्व
अनुशासनपर्व
अशमेधपर्व
आश्रमवासिकपर्व
मौसलपर्व
महाप्रस्थानिकपर्व
स्वर्गारोहणिकपर्व
हरिवंशपर्व (खिल)
Results
Index Search for
'फलं'
Shloka:
अस्य तु त्वं
फलं
मूढ प्राप्स्यसीदृशमेव हि । प्रियया सह संवासं प्राप्य कामविमोहितः । त्वमप्यस्यामवस्थायां प्रेतलोकं गमिष्यसि ॥
Reference:
1.7.109.0.28(आदिपर्व>संभवपर्व>नवाधिकशततमोऽध्यायः (109)>श्लोक#28)
Parva:
आदिपर्व
Upaparva:
संभवपर्व
Adhyaya:
नवाधिकशततमोऽध्यायः (109)
Akhyana:
Search other sources:
search this word on other online resources