Index Search for 'फल्गुनं' |
Shloka: | यच्च मामात्थ देव त्वं पाण्डवंफल्गुनं प्रति । व्येतु संतापजं दुःखं तव भास्कर मानसम् । अर्जुनं प्रति मां चैव विजेष्यामि रणेऽर्जुनम् ॥ |
Reference: | 3.43.286.0.7(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>कुन्दलाहरणपर्व>षडशीत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#7) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | कुन्दलाहरणपर्व |
Adhyaya: | षडशीत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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