Index Search for 'फलं' |
Shloka: | राजर्षयश्च निहता रुदन्त्यश्चाहृताः स्त्रियः । तदिदं समनुप्राप्तंफलं तस्यानयस्य ते ॥ |
Reference: | 3.42.268.0.14(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>अष्टषष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#14) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | अष्टषष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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