Index Search for 'फल्गुने' |
Shloka: | स वाच्यो मम संदेशाद्धर्मात्मा सत्यसंगरः । नोत्कण्ठाफल्गुने कार्या कृतास्त्रः शीघ्रमेष्यति ॥ |
Reference: | 3.32.45.0.30(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>इन्द्रलोकाभिगमनपर्व>पञ्चचत्वारिंशोऽध्यायः (45)>श्लोक#30) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | इन्द्रलोकाभिगमनपर्व |
Adhyaya: | पञ्चचत्वारिंशोऽध्यायः (45) |
Akhyana: | |
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