Index Search for 'फलाशनः' |
Shloka: | दर्भचीरं निवस्याथ दण्डाजिनविभूषितः । पूर्णे पूर्णे त्रिरात्रे तु मासमेकंफलाशनः । द्विगुणेनैव कालेन द्वितीयं मासमत्यगात् ॥ |
Reference: | 3.31.39.0.21(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>कैरातपर्व>एकोनचत्वारिंशोऽध्यायः (39)>श्लोक#21) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | कैरातपर्व |
Adhyaya: | एकोनचत्वारिंशोऽध्यायः (39) |
Akhyana: | |
Search other sources: | search this word on other online resources
|