Index Search for 'शममध्ययनं' |
Sutra: | भवति चात्र-- वृत्त्युपायान्निषेवेत ये स्युर्धर्माविरोधिनः ।शममध्ययनं चैव सुखमेवं समश्नुते ॥ |
Reference: | 1.4.104.0(सूत्रस्थान>षड्विरेचनशताश्रितीयाध्याय>सूत्र#104.0) |
Sthana: | सूत्रस्थान |
Adhyaya: | षड्विरेचनशताश्रितीयाध्याय |
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