Index Search for 'बुद्ध्युपघाताय' |
Sutra: | तदर्थातियोगायोगमिथ्यायोगात् समनस्कमिन्द्रियं विकृतिमापद्यमानं यथास्वंबुद्ध्युपघाताय संपद्यते सामर्थ्ययोगात् पुनः प्रकृतिपद्ममानं यथास्वं बुद्धिमाप्याययति । |
Reference: | 1.7.15.0(सूत्रस्थान>नवेगान्धारणीयाध्याय>सूत्र#15.0) |
Sthana: | सूत्रस्थान |
Adhyaya: | नवेगान्धारणीयाध्याय |
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