Index Search for 'दृष्टिरादित्यं' |
Sutra: | दिवा तन्न प्रयोक्तव्यं नेत्रयोस्तीक्ष्णमञ्जनम् । विरेकदुर्बलादृष्टिरादित्यं प्राप्य सीदति ॥ |
Reference: | 1.4.17.0(सूत्रस्थान>षड्विरेचनशताश्रितीयाध्याय>सूत्र#17.0) |
Sthana: | सूत्रस्थान |
Adhyaya: | षड्विरेचनशताश्रितीयाध्याय |
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