Search Caraka Samhita  (चरक-खोज-पृष्ठ)     Caraka Samhita Home (चरक-स्ंहिता-आदि-पृष्ठ)     Site Home  (वेब-फलक-आदि-पृष्ठ)

DIRECT SEARCH(unicode Sanskrit)
  

ALPHABET SEARCH
                                 अं       लृ                                    
                                                            क्ष   त्र   ज्ञ


SEARCH BY CLASS
Sthana
 


Results
Index Search for        'जीवादानं'
Sutra: तत्रामून्ययोगयोगातियोगविशेषज्ञानानि भवन्ति तद्यथा अप्रवृतिः कुतश्चित् केवलस्य वाऽप्यौषधस्य विभ्रंशो विबन्धो वेगानामयोगलक्षणानि भवन्ति काले प्रवृत्तिरनतिमहती व्यथा यथाक्रमं दोषहरणं स्वयं चावस्थानमिति योगलक्षणानि भवन्ति योगेन तु दोषप्रमाणविशेषेण तीक्ष्णमृदुमध्यविभागो ज्ञेयः योगाधिक्येन तु फेनिलरक्तचन्द्रिकोपगमनमित्यतियोगलक्षणानि भवन्ति तत्रातियोगायोगनिमित्तानिमानुपद्रवान् विद्यात्-आध्मानम् परिकर्तिका परिस्त्रावो हृदयोपसरणमङ्ग्प्रहोजीवादानं विभ्रंशः स्तम्भः श्लमश्चेत्यपद्रवाः ।
Reference:1.14.13.0(सूत्रस्थान>स्वेदाध्याय>सूत्र#13.0)
Sthana:सूत्रस्थान
Adhyaya:स्वेदाध्याय
Search other sources: search this word on other online resources