Index Search for 'गुरुणयपिमात्रामेवापेक्षन्ते' |
Sutra: | तत्र शालिषष्टिकमुदग्लावकपिञ्जलैणशशशरभशम्वरादीन्याहारद्रव्याणि प्रकृतिलघून्यपि मात्रापेक्षीणी भवन्ति। तथा पिष्टेक्षीरविकृतितिलभाषनूपौदकपिशितादीन्याहारद्रव्याणि प्रकृतिगुरुणयपिमात्रामेवापेक्षन्ते ॥ |
Reference: | 1.4.5.0(सूत्रस्थान>षड्विरेचनशताश्रितीयाध्याय>सूत्र#5.0) |
Sthana: | सूत्रस्थान |
Adhyaya: | षड्विरेचनशताश्रितीयाध्याय |
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