Index Search for 'ऊर्ध्वं' |
Sutra: | क्षुद्रकुष्ठान्यतऊर्ध्वं वक्ष्यामः- स्थूलानि सन्धिष्वतिदारुणानि स्थूलारुषि स्युः कठिनान्यरूंषि। त्वक्कोचभेदस्वपनाङ्गसादाः कुष्ठे महत्पूर्वयुते भवन्ति॥ |
Reference: | 1.1.5.9.0(पूर्व>सूत्र>अग्रोपहरणीयम्>सूत्र#9.0) |
Tantra: | पूर्व |
Sthana: | सूत्र |
Adhyaya: | अग्रोपहरणीयम् |
Search other sources: | search this word on other online resources
|