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Index Search for        'उभयगुणभूयिष्ठमुभयतोभागम्;'
Sutra: तत्र विरेचनद्रव्याणि पृथिव्यम्बुगुणभूयिष्ठानि, पृथिव्यापो गुर्व्यः, तानि गुरुत्वादधो गच्छन्ति, तस्माद्विरेचनमधोगुणभूयिष्ठमनुमानात्; वमनद्रव्याण्यग्निवायुगुणभूयिष्ठानि, अग्निवायू हि लघु, लघुत्वाच्च तान्यूर्ध्वमुत्तिष्ठन्ति, तस्माद्वमनमप्यूर्ध्वगुणभूयिष्ठम्;उभयगुणभूयिष्ठमुभयतोभागम्; आकाशगुणभूयिष्ठं संशमनम्; सांग्राहिकमनिलगुणभूयिष्ठम्, अनिलस्य शोषणात्मकत्वात्; दीपनमग्निगुणभूयिष्ठं, तत्समानत्वात्; लेखनमनिलानलगुणभूयिष्ठम्; बृंहणं पृथिव्यम्बुगुणभूयिष्ठम्; एवमौषधकर्माण्यनुमानात्साधयेत्॥
Reference:1.1.41.6.0(पूर्व>सूत्र>द्रव्यविशेषविज्ञानीयम्>सूत्र#6.0)
Tantra:पूर्व
Sthana:सूत्र
Adhyaya:द्रव्यविशेषविज्ञानीयम्
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