Index Search for 'आश्च्योतनाभ्यञ्जनतर्पणानि' |
Sutra: | (मज्ज्ञा वा तद्विमिश्रेण मेदसा तच्छृतेन वा ।)ततः प्रदेहाः परिषेचनानि नस्यानि धूमाश्च यथास्वमेव।आश्च्योतनाभ्यञ्जनतर्पणानि स्निग्धाश्च कार्याः पुटपाकयोगाः॥ |
Reference: | 1.1.12.6.0(पूर्व>सूत्र>अग्निकर्मविधिम्>सूत्र#6.0) |
Tantra: | पूर्व |
Sthana: | सूत्र |
Adhyaya: | अग्निकर्मविधिम् |
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