Index Search for 'अङ्गप्रत्यङ्गनिर्वृत्तौ' |
Sutra: | अङ्गप्रत्यङ्गनिर्वृत्तिः स्वभावादेव जायते।अङ्गप्रत्यङ्गनिर्वृत्तौ ये भवन्ति गुणागुणाः। ते ते गर्भस्य विज्ञेया धर्माधर्मनिमित्तजाः॥ |
Reference: | 1.1.3.36.0(पूर्व>सूत्र>अध्ययनसंप्रदानीयम्>सूत्र#36.0) |
Tantra: | पूर्व |
Sthana: | सूत्र |
Adhyaya: | अध्ययनसंप्रदानीयम् |
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