Search Sushruta-Samhita
(सुश्रुत-संहिता-अण्वेषण-पृष्ठ)
Susruta Samhit Home
(आदि-पृष्ठ)
Site Home
(वेब-फलक-आदि-पृष्ठ)
DIRECT SEARCH
(unicode Sanskrit)
ALPHABET SEARCH
ॐ
अ
आ
इ
ई
 
उ
ऊ
ए
ऐ
ओ
औ
अं
ऋ
लृ
क
ख
ग
घ
च
छ
ज
झ
ट
ठ
ड
ढ
ण
त
थ
द
ध
न
प
फ
ब
भ
म
य
र
ल
व
श
ष
स
ह
क्ष
त्र
ज्ञ
Alphabet search found 593 results for 'ल'
लेखाः (1.1.35.7.0)
लेखाश्च (1.1.35.8.0)
लोहितां (1.1.36.3.0)
लघ्वश्मवती (1.1.36.4.0)
लोध्रं (1.1.37.7.0)
लेपोऽयं (1.1.37.7.0)
लवणानि (1.1.39.6.0)
लवणोऽप्यन्यः (1.1.40.10.0)
लवणतामुपैति। (1.1.40.10.0)
लघु, (1.1.41.6.0)
लघुत्वाच्च (1.1.41.6.0)
लेखनमनिलानलगुणभूयिष्ठम्; (1.1.41.6.0)
लघुपाकः (1.1.41.11.0)
लवणः (1.1.42.3.0)
लघवश्च; (1.1.42.6.0)
लाघवाल्लाघवं, (1.1.42.7.0)
लाघवाल्लाघवं, (1.1.42.8.0)
लाघवाद्गौरवम्, (1.1.42.10.0)
लिह्यादनवेन (1.1.44.7.0)
लोहितकपिलपाण्डुनीलपीतशुक्लेष्ववनिप्रदेशेषु (1.1.45.5.0)
लवणं (1.1.45.6.0)
लघुत्वात्। (1.1.45.7.0)
लोकस्याहारः (1.1.46.3.0)
लोहितकशालिकलमकर्दमकपाण्डुकसुगन्धकशकुनाहृतपुष्पाण्डकपुण्डरीकमहाशालिशीतभीरुकरोध्रपुष्पकदीर्घशूककाञ्चनकमहिषमहाशूकहायनकदूषकमहादूषकप्रभृतयः (1.1.46.4.0)
लघुपाका (1.1.46.5.0)
लोहितकः (1.1.46.6.0)
लघुः। (1.1.46.10.0)
लघु: (1.2.47.7.0)
लक्षणानि (1.2.47.9.0)
लिङ्गं (1.2.47.39.0)
लक्षणानि (1.2.48.10.0)
लक्षणम्॥ (1.2.48.21.0)
लक्षणं (1.2.48.22.0)
लिङ्गानि। (1.2.51.8.0)
लिङ्गे (1.2.51.27.0)
लवणतुल्यं (1.2.52.10.0)
लवणमेही; (1.2.52.10.0)
लौल्यमनिद्रा (1.2.52.13.0)
लक्षणं (1.2.55.6.0)
लिङ्गानि (1.2.55.18.0)
लिङ्गं (1.2.55.19.0)
लभते (1.2.55.34.0)
लभते (1.2.55.36.0)
लक्षणानि। (1.2.56.13.0)
लक्षणानि (1.2.56.27.0)
लक्षणानि (1.2.57.15.0)
लम्बते॥ (1.2.59.49.0)
लिङ्गवृद्धिमिच्छतामक्रमप्रवृत्तानां (1.2.60.2.0)
ललाटे (1.2.61.13.0)
लालास्रावी (1.2.62.18.0)
लालास्रावी (1.2.62.26.0)
लोहितस्तालुदेशे (1.2.62.42.0)
लोहितरेतसो: (1.3.63.16.0)
लघुता (1.3.63.19.0)
लक्षणमिष्यते॥ (1.3.63.21.0)
लाक्षारसोपमम्॥ (1.3.64.17.0)
लब्धगर्भायाश्चैतेष्वह:सु (1.3.64.32.0)
लक्ष्मणावटशुङ्गासहदेवाविश्वदेवानामन्यतमां (1.3.64.32.0)
लभते (1.3.64.38.0)
लभते (1.3.64.39.0)
लिङ्गानि- (1.3.65.13.0)
लिङ्गमुच्यते॥ (1.3.65.15.0)
लभेतात्मनि (1.3.65.20.0)
ललितं (1.3.65.23.0)
लोमसंयुतम्। (1.3.65.26.0)
लोहिता (1.3.66.4.0)
लङ्घनं (1.3.66.47.0)
लक्षणं (1.3.66.63.0)
लक्ष्मीवान् (1.3.66.73.0)
लक्षणैः। (1.3.66.77.0)
लक्षणम्॥ (1.3.66.81.0)
लोलुपं (1.3.66.94.0)
लक्षणम्॥ (1.3.66.96.0)
लक्षणतः (1.3.66.99.0)
लभते। (1.3.67.3.0)
लक्षणमुष्कजाः। (1.3.67.41.0)
लक्षयेच्चक्षुषा॥ (1.3.67.49.0)
लोहिताक्षाणि (1.3.68.13.0)
लोहितपूर्णकोष्ठतया (1.3.68.27.0)
लोहिताक्षसंज्ञा (1.3.69.22.0)
लेपनैरपि। (1.3.70.22.0)
लेहयेत्; (1.3.72.13.0)
लक्ष्मणासिद्धं (1.3.72.15.0)
लाङ्गलीमूलकल्केन (1.3.72.21.0)
लम्बस्तनी (1.3.72.25.0)
लता (1.3.72.60.0)
लक्षणं (1.4.73.6.0)
लेखनमेषणहारणं (1.4.73.8.0)
लोमापहरणं (1.4.73.8.0)
लेपः (1.4.73.16.0)
लवणीकृत्य (1.4.73.26.0)
लक्षणम्॥ (1.4.74.4.0)
लक्षणतः (1.4.74.9.0)
लक्षणम्। (1.4.74.10.0)
लवणं (1.4.75.4.0)
लवणोत्तराः॥ (1.4.76.5.0)
लक्षणमुक्तं; (1.4.77.4.0)
लाङ्गलकोऽपि (1.4.80.10.0)
लाक्षासर्जरसरसाञ्जनप्रपुन्नाडावल्गुजतेजोवत्यश्वमारकार्कटकुटजारेवतमूलकल्कैर्मूत्रपिष्टैः (1.4.81.10.0)
लेपयेत्, (1.4.81.10.0)
लिह्यात्; (1.4.82.9.0)
लेहान् (1.4.82.9.0)
लवणमेहिनं (1.4.83.8.0)
लभन्ते॥ (1.4.84.6.0)
लेहः (1.4.84.10.0)
लोहानां (1.4.85.5.0)
लोहाद्भवति (1.4.85.6.0)
लोहास्य (1.4.85.7.0)
लवणानां, (1.4.86.11.0)
लघु (1.4.87.7.0)
लवणाम्बुधरैर्दिशन्तु (1.4.87.7.0)
लेपः (1.4.88.4.0)
लवणः (1.4.88.5.0)
लवणोत्तरैः। (1.4.88.8.0)
लेपेषु (1.4.89.4.0)
लेपा (1.4.89.6.0)
लेपाः (1.4.89.7.0)
लेपः (1.4.89.8.0)
लेपान्। (1.4.90.6.0)
लेपयेत् (1.4.93.9.0)
लक्षणतः (1.4.95.3.0)
लवणानिक्षीणस्य (1.4.95.4.0)
लिह्यात् (1.4.97.10.0)
लवणं (1.4.99.12.0)
लोहितान्ता (1.4.102.11.0)
लघौ (1.4.105.9.0)
लिङ्गान्यतिविरेचिते॥ (1.4.110.9.0)
लेपयदोषा (1.4.112.4.0)
लक्षणानि (1.5.113.27.0)
लामज्जं (1.5.113.35.0)
लालास्रावोऽक्षिरक्तता। (1.5.113.62.0)
लिङ्गमिन्द्रियाणां (1.5.113.64.0)
लोचने। (1.5.113.66.0)
लघ्वपाकि (1.5.114.20.0)
लाघवात्। (1.5.114.23.0)
लोचने॥ (1.5.114.36.0)
लूता (1.5.115.5.0)
लालामूत्रपुरीषमुखसन्दंशनखशुक्रार्तवविषाः, (1.5.115.5.0)
लिङ्गैरभिशोधयेत्तान्॥ (1.5.115.6.0)
लाक्षाहरिद्रातिविषाभयाब्दहरेणुकैलादलवक्रकुष्ठम्। (1.5.115.17.0)
लौल्याद्विषान्वितं (1.5.115.33.0)
लताभिश्च (1.5.115.40.0)
लोहिता (1.5.116.27.0)
लोहिताक्षो, (1.5.116.34.0)
लालास्रावः (1.5.116.42.0)
ललाटे, (1.5.116.43.0)
लालास्रावो (1.5.116.47.0)
लोष्टो (1.5.117.6.0)
ललाटे (1.5.117.14.0)
लब्धसंज्ञं (1.5.117.47.0)
लक्षणं (1.5.117.58.0)
लूतादष्टा (1.5.117.59.0)
लवणश्च (1.5.117.61.0)
लवणः (1.5.117.64.0)
लाक्षा (1.5.117.73.0)
लूतोन्दुरुपन्नगानां (1.5.117.79.0)
लेपाञ्जननस्यपानैः॥ (1.5.117.79.0)
लवणद्वयम्। (1.5.117.82.0)
लिम्पेत् (1.5.118.4.0)
लाक्षा (1.5.118.19.0)
लवणानि (1.5.118.19.0)
लभते (1.5.118.27.0)
लालनः (1.5.119.4.0)
लालास्रावो (1.5.119.10.0)
लालनेन (1.5.119.10.0)
लिह्यात्तत्र (1.5.119.11.0)
लिह्यात्तत्र (1.5.119.12.0)
लिह्यात्तत्र (1.5.119.19.0)
लिह्यात् (1.5.119.20.0)
लिह्यात्तत्र (1.5.119.21.0)
लिहेत्। (1.5.119.22.0)
लिह्याद्भद्रकाष्ठजटान्विताम्। (1.5.119.23.0)
लिह्यान्मधुयुतां (1.5.119.24.0)
लिह्यान्माक्षिकसंयुतौ॥ (1.5.119.38.0)
लिह्यान्माक्षिकसंयुतम्॥ (1.5.119.39.0)
लिङ्गेन (1.5.119.46.0)
लिङ्गं (1.5.120.23.0)
लक्ष्यते॥ (1.5.120.33.0)
लेपः (1.5.120.55.0)
लोहिताभो (1.5.120.63.0)
लेपे (1.5.120.69.0)
लूताविषं (1.5.120.75.0)
लूतास्ताः (1.5.120.83.0)
लालानखमूत्रदंष्ट्रारजःपुरीषैरथ (1.5.120.85.0)
लूतास्तदुग्रमध्यावरवीर्ययुक्तम्॥ (1.5.120.85.0)
लालाकृतं (1.5.120.86.0)
लूताप्रभवं (1.5.120.88.0)
ललाटात् (1.5.120.91.0)
लूतास्तु (1.5.120.94.0)
लाजवर्णा (1.5.120.97.0)
लामज्जकं (1.5.120.104.0)
लक्षणानि (1.5.120.121.0)
लाजवर्णाया (1.5.120.123.0)
लक्षणैश्चापि (2.6.121.9.0)
लोचने। (2.6.121.14.0)
लगणश्च (2.6.121.34.0)
लिङ्गं (2.6.122.5.0)
लगणो (2.6.123.8.0)
लक्षणैस्तान् (2.6.123.9.0)
लगणस्तु (2.6.123.27.0)
लोहितार्म॥ (2.6.124.5.0)
लोहितमन्ततश्च (2.6.125.6.0)
लोहितपिच्छिलाश्रुः। (2.6.125.10.0)
लोहितनेत्रता (2.6.126.9.0)
लिङ्गानि (2.6.126.9.0)
लक्ष्यते। (2.6.126.19.0)
लिङ्गानि (2.6.126.22.0)
लोचने (2.6.126.27.0)
लोहितकैः (2.6.126.28.0)
लक्षणम्॥ (2.6.127.5.0)
लिङ्गनाशः (2.6.127.16.0)
लिङ्गनाशस्तु (2.6.127.18.0)
लिङ्गनाशे (2.6.127.32.0)
लिङ्गनाशाः (2.6.127.33.0)
लिङ्गनाशस्त्वनिमित्तसंज्ञः॥ (2.6.127.42.0)
लेख्याः (2.6.128.4.0)
लेख्याः॥ (2.6.128.7.0)
लशुनं (2.6.131.9.0)
लोहनाड्याम्। (2.6.131.12.0)
लोहचूर्णानि (2.6.132.24.0)
लवणानि (2.6.132.24.0)
लशुनं (2.6.132.25.0)
लेख्याञ्जनमिदं (2.6.132.26.0)
लवणोत्तमं (2.6.132.51.0)
लेख्यरोगप्रतिषेधं (2.6.133.1.0)
लेख्याः (2.6.133.3.0)
लिखेच्छस्त्रेण (2.6.133.6.0)
लेख्यकर्मणि। (2.6.133.9.0)
लिखितं (2.6.133.10.0)
लिखेत्तु (2.6.133.15.0)
लिखेत् (2.6.133.16.0)
लिखेदपि॥ (2.6.133.17.0)
लगण (2.6.134.5.0)
लेखयेन्मण्डलाग्रेण (2.6.134.9.0)
लावणैः॥ (2.6.135.3.0)
लम्बितम्॥ (2.6.135.10.0)
लेख्याञ्जनैरपहरेदर्मशेषं (2.6.135.16.0)
लेखनद्रव्यसम्भृतः॥ (2.6.135.22.0)
लेखनीयानि (2.6.135.25.0)
ललाट (2.6.136.6.0)
लिंगनाशे (2.6.137.55.0)
लक्ष्यते (2.6.137.56.0)
लिखिता (2.6.137.65.0)
लघ्वन्नं (2.6.137.70.0)
लक्षयेत्॥ (2.6.138.12.0)
लभेतोर्जामसंशयम्। (2.6.138.18.0)
लेख्नीयश्च (2.6.138.21.0)
लेखनः। (2.6.138.22.0)
लेखनो (2.6.138.25.0)
लेखनात्रिगुणं (2.6.138.26.0)
लघुम्। (2.6.138.31.0)
लेखने (2.6.138.45.0)
लेखनं (2.6.138.52.0)
लेखनं (2.6.138.53.0)
लेखनस्यविशेषेण (2.6.138.74.0)
लघ्वनास्रावि (2.6.138.75.0)
लाक्षालशुनमञ्जिष्ठासैन्धवैलाः (2.6.138.100.0)
लवणोत्तमं (2.6.139.15.0)
लाक्षां (2.6.139.15.0)
लशुनं (2.6.141.15.0)
लशुनार्द्रकशिग्रूणां (2.6.141.17.0)
लवणान्वितान्। (2.6.141.23.0)
लशुनार्द्रकयो (2.6.141.32.0)
लाक्षा (2.6.141.44.0)
लवणः (2.6.142.13.0)
लघु (2.6.143.3.0)
लाक्षा (2.6.143.4.0)
लेपाः। (2.6.143.6.0)
लिङ्गानि (2.6.144.11.0)
लक्षणम्। (2.6.144.14.0)
लक्षणं (2.6.145.4.0)
लिङ्गानि (2.6.145.8.0)
लभते (2.6.145.12.0)
लोचनजांश्चरोगान्॥ (2.6.145.14.0)
लेपो (2.6.146.36.0)
लेपे (2.6.146.40.0)
लिङ्गान्येषां (2.6.147.7.0)
लम्बोदरी (2.6.150.11.0)
लाजाः (2.6.151.8.0)
लम्बा (2.6.151.11.0)
लम्बां (2.6.154.7.0)
लक्षणेन (2.6.158.4.0)
लोहिताक्षरा। (2.6.158.12.0)
लभते (2.6.159.11.0)
लिप्ततिक्तास्यता (2.6.159.50.0)
लक्ष्यते॥ (2.6.159.64.0)
लीनत्वान्न (2.6.159.65.0)
लिङ्गानि (2.6.159.82.0)
लिङ्गं (2.6.159.83.0)
लक्षणं (2.6.159.91.0)
लभते (2.6.159.98.0)
लङ्घनादिना॥ (2.6.159.100.0)
लङ्घयेन्मारुतजे (2.6.159.103.0)
लघुम्॥ (2.6.159.105.0)
लघ्वी (2.6.159.110.0)
लङ्घनाम्बुयवागूभिर्यदा (2.6.159.112.0)
लघौ (2.6.159.116.0)
लालास्रुतिररोचकः॥ (2.6.159.117.0)
लिङ्गैरेभिर्विजानीयाज्ज्वरमामं (2.6.159.120.0)
लाजतर्पणम्॥ (2.6.159.135.0)
लाजतर्पणं (2.6.159.140.0)
लावान् (2.6.159.152.0)
लाक्षाविश्वानिशामूर्वामञ्जिष्ठास्वर्जिकामयै:।षङ्गुणेन (2.6.159.255.0)
लिप्तेऽङ्गे (2.6.159.284.0)
लीढ्वा (2.6.159.299.0)
लिहन् (2.6.159.300.0)
लोध्रं (2.6.159.301.0)
लिह्यात् (2.6.159.306.0)
लघुत्वं (2.6.159.320.0)
लक्षणम्॥ (2.6.159.320.0)
लक्षणं (2.6.160.5.0)
लिङ्गानि (2.6.160.18.0)
लाघवं (2.6.160.18.0)
लिङ्गानि (2.6.160.22.0)
लङ्घनं (2.6.160.25.0)
लघुभोजनम्। (2.6.160.27.0)
लङ्घनं (2.6.160.34.0)
लवणान्यथ (2.6.160.49.0)
लवणानि (2.6.160.50.0)
लवणानि (2.6.160.50.0)
लोध्रमुस्तकम्। (2.6.160.69.0)
लोध्रं (2.6.160.70.0)
लोध्राम्बष्ठाप्रियङ्ग्वादीन् (2.6.160.72.0)
लङ्घनाद्यैश्च (2.6.160.75.0)
लुञ्चितं (2.6.160.84.0)
लोध्रचन्दनयष्टयाह्वदार्वीपाठासितोत्पलान्॥ (2.6.160.86.0)
लिह्यात्तक्रं (2.6.160.119.0)
लोध्रं (2.6.160.120.0)
लोध्रं (2.6.160.121.0)
लोध्रं (2.6.160.123.0)
लिह्यादाशु (2.6.160.125.0)
लाजचूर्णं (2.6.160.126.0)
लीढं (2.6.160.126.0)
लिङ्गं (2.6.160.139.0)
लवनेषु (2.6.160.143.0)
लोध्रं (2.6.160.144.0)
लिह्यच्च (2.6.160.144.0)
लीढवाऽऽमयमाशू (2.6.160.154.0)
लघूनि (2.6.160.155.0)
लघ्वी (2.6.160.157.0)
लिङ्गानि (2.6.161.8.0)
लिङ्गैर्ज्वरकासासृगामयैः। (2.6.161.15.0)
लभतेऽङ्गपुष्टिम्। (2.6.161.42.0)
लवणोत्तमं (2.6.161.48.0)
लिङ्गान्यखिलानि (2.6.162.11.0)
लिङ्गानि (2.6.162.12.0)
लिङ्गेन (2.6.162.14.0)
लिङगं (2.6.162.14.0)
लिङ्गानि (2.6.162.15.0)
लेह्य(ह) (2.6.162.43.0)
लवणं (2.6.162.50.0)
लवणानि (2.6.162.59.0)
लक्ष्यन्ते (2.6.162.81.0)
लक्षणं (2.6.162.88.0)
लावकीयूषसंस्कृतः। (2.6.162.93.0)
लीढा (2.6.162.100.0)
लघु (2.6.162.100.0)
लभते (2.6.162.125.0)
लङ्घयेद्वा (2.6.162.126.0)
लङ्घनं (2.6.162.145.0)
लक्षणं (2.6.163.5.0)
लवणानि (2.6.164.3.0)
लाघर(व)कोऽलसाख्यः। (2.6.164.6.0)
लक्षणमस्यकृत्स्नं (2.6.164.6.0)
लिङ्गान्यथ (2.6.164.10.0)
लाघर(व)कोऽलसाख्यः। (2.6.164.12.0)
लिह्यात् (2.6.164.17.0)
लिह्यात्तथा (2.6.164.21.0)
लिह्यात् (2.6.164.25.0)
लवणेन (2.6.164.26.0)
लेह्यं (2.6.164.29.0)
लेहः (2.6.164.30.0)
लोहकिट्टम्। (2.6.164.32.0)
लीढं (2.6.164.33.0)
लौहं (2.6.164.34.0)
लाघर(व)के (2.6.164.36.0)
लोहगन्धिश्च (2.6.165.8.0)
लोहितपित्तिनिः। (2.6.165.13.0)
लङ्घितस्य (2.6.165.14.0)
लेहान् (2.6.165.14.0)
लॆहानसृजः (2.6.165.19.0)
लिह्याच्च (2.6.165.20.0)
लवणं (2.6.165.26.0)
लिहेत्तथावास्तुकबीजचूर्णं (2.6.165.31.0)
लिह्याच्च (2.6.165.32.0)
लाजाञ्जन (2.6.165.32.0)
लिह्यात्तथा (2.6.165.33.0)
लेहो (2.6.165.35.0)
लिङ्गान्यालोक्य (2.6.165.45.0)
लोहित (2.6.166.16.0)
लब्धसंज्ञंसानाहलालाश्वसनश्च (2.6.166.23.0)
लघुपथ्यभुक्तम्। (2.6.166.24.0)
लघु (2.6.167.6.0)
लक्षणं॥ (2.6.167.17.0)
लिङ्गं (2.6.167.20.0)
लिङ्गम्॥ (2.6.167.20.0)
लावैणतित्तिरिरसांश्च (2.6.167.27.0)
लामज्जाम्बुरुहचन्दनतोयतोयैः। (2.6.167.58.0)
लोहगन्धाङ्गवदनो (2.6.167.68.0)
लक्षणमेव (2.6.167.74.0)
लभेत् (2.6.167.81.0)
लिङ्गान्यनुपूर्वशस्तु॥ (2.6.168.6.0)
लक्षणानि (2.6.168.14.0)
लवणं (2.6.168.15.0)
लाजोत्पलोशीरकुचन्दनानि (2.6.168.24.0)
लेपावगाहौ (2.6.168.33.0)
लेहान्मधुरान् (2.6.168.33.0)
लक्षणेन (2.6.169.13.0)
लक्षिता॥ (2.6.169.13.0)
लङ्घनमेव (2.6.169.15.0)
लघूनि (2.6.169.17.0)
लङ्घनैर्वमनैश्चामां (2.6.169.25.0)
लीढ्वा (2.6.169.27.0)
लिह्याद्वा (2.6.169.31.0)
लाजशक्तून् (2.6.169.32.0)
लिहेत्तथा॥ (2.6.169.32.0)
लिह्याद्वा (2.6.169.33.0)
लिह्याद्भस्म (2.6.170.20.0)
लीढ्वाऽऽशु (2.6.170.22.0)
लशुनोग्रगन्धाहिङ्ग्वब्जमाचूर्ण्य (2.6.170.24.0)
लवणोत्तमस्य (2.6.170.25.0)
लीढं (2.6.170.27.0)
लेहा (2.6.171.34.0)
लेह्याः (2.6.171.35.0)
लिह्यात् (2.6.171.38.0)
लिह्यात्तैलेन (2.6.171.41.0)
लिह्याच्छ्वासेषु (2.6.171.42.0)
लवणतैलाभ्यां (2.6.171.47.0)
लाक्षोरुबूकमूलैश्च (2.6.171.50.0)
लिहन्नरः (2.6.171.54.0)
लिङ्गानि (2.6.172.7.0)
लिप्यमानेन (2.6.172.10.0)
लेहः (2.6.172.15.0)
लाजां (2.6.172.16.0)
लिह्याद् (2.6.172.18.0)
लिह्यान्मरिचानि (2.6.172.21.0)
लेहाः (2.6.172.28.0)
लेहाः (2.6.172.29.0)
लिह्यान्मधुरकाणां (2.6.173.14.0)
लवणेन् (2.6.174.22.0)
लिह्यादश्वशकृच्चूर्णं (2.6.174.27.0)
लीढ्वाऽनुपिबेद्रसमामलकोद्भवम्। (2.6.174.31.0)
लक्षणं (2.6.175.5.0)
लभते (2.6.175.41.0)
लभन्ते (2.6.176.5.0)
लभन्ते (2.6.176.5.0)
लक्षयेदाम (2.6.176.10.0)
लवणं (2.6.176.15.0)
लवणैरुपेतं (2.6.176.16.0)
लवणं (2.6.176.16.0)
लिङ्गानि (2.6.176.23.0)
लवणप्रकुञ्चं (2.6.176.27.0)
लिङ्गमरोचके (2.6.177.4.0)
लिहतस्तु (2.6.177.11.0)
लेहान् (2.6.177.11.0)
लघुरूक्षमनःसुखानि॥ (2.6.177.12.0)
लेहैः॥ (2.6.177.14.0)
लेहान् (2.6.178.27.0)
लिह्याल्लेहान् (2.6.178.49.0)
लीढ्वा (2.6.178.55.0)
लभेत् (2.6.178.57.0)
लेहेयेत्। (2.6.178.63.0)
लभतेऽचिरात्॥ (2.6.178.71.0)
लिङ्गानि (2.6.179.9.0)
लक्षयेत्। (2.6.179.9.0)
लक्षणम्। (2.6.179.15.0)
लशुनं (2.6.180.43.0)
लता (2.6.180.49.0)
लभेत (2.6.181.10.0)
लिङ्गमुदीरयन्ति॥ (2.6.182.11.0)
लशुनं (2.6.182.31.0)
लवणः (2.6.183.7.0)
लवणकटुकः, (2.6.183.8.0)
लवणतिक्तः, (2.6.183.8.0)
लवणकषायः, (2.6.183.8.0)
लवणेन, (2.6.183.8.0)
लवणस्तस्मादर्द्धमेकं (2.6.183.9.0)
लवणकटुतिक्तः, (2.6.183.10.0)
लवणकटुकषायः, (2.6.183.10.0)
लवणः (2.6.183.10.0)
लवणस्त्वेकमेव (2.6.183.11.0)
लवणकटुतिक्तकषायः, (2.6.183.12.0)
लवणः; (2.6.183.12.0)
लवणः, (2.6.183.16.0)
लघु (2.6.184.14.0)
लघु। (2.6.184.20.0)
लवणक्षारतिक्ताम्लकटुकोत्कटम्॥ (2.6.184.23.0)
लवणमेव (2.6.184.27.0)
लावादिविष्किररसैर्दद्याद्यूषैश्च (2.6.184.34.0)
लेहान्॥ (2.6.184.82.0)
लीना (2.6.185.6.0)
लेशोक्ता (2.6.185.6.0)
लाभे’ (2.6.185.11.0)
लोकप्रसिद्धमुदाहरणं (2.6.185.35.0)
लावतित्तिरिशारङ्गाश्च (2.6.185.39.0)
लेह्यं (2.6.185.41.0)
लेह्यं, (2.6.185.41.0)
लोकस्य (1.1.1.21.0)
लोको (1.1.1.21.0)
लेख्यभेद्यनिषेधौ (1.1.3.33.0)
लोभात् (1.1.3.52.0)
लेख्यं, (1.1.5.5.0)
लघुभुक्तवन्तं (1.1.5.7.0)
लीयत (1.1.6.3.0)
लघ्वक्षरोच्चारणमात्रोऽक्षिनिमेषः, (1.1.6.5.0)
लभन्ते। (1.1.6.9.0)
लिङ्गं, (1.1.6.14.0)
लक्षणान्युपदेक्ष्यामः॥ (1.1.6.21.0)
लक्षणं (1.1.6.24.0)
लौहानि (1.1.7.7.0)
लेखने (1.1.8.4.0)
लेखने (1.1.8.5.0)
लेखनानामर्धमासूरी, (1.1.8.10.0)
लेखस्य; (1.1.9.4.0)
लेखनः (1.1.11.5.0)
लवणोऽनुरसस्तथा। (1.1.11.24.0)
लाघवमनास्रावश्च। (1.1.11.26.0)
लघु (1.1.12.37.0)
लिङ्गानि (1.1.13.11.0)
लघुता (1.1.14.9.0)
लाघवं (1.1.14.34.0)
लिङ्गं (1.1.14.34.0)
लक्षणमुच्यमानमुपधारय॥ (1.1.15.3.0)
लक्षणं (1.1.15.17.0)
लिङ्गानि (1.1.15.28.0)
लक्षणम्॥ (1.1.15.31.0)
लिङ्गानि (1.1.15.32.0)
लाभे (1.1.15.35.0)
लक्षयेत्। (1.1.15.44.0)
लक्षणम्॥ (1.1.15.46.0)
लोहिताकायां (1.1.16.5.0)
लघु (1.1.16.8.0)
लघु (1.1.16.15.0)
लेपमुत्पुटके (1.1.16.28.1)
लेपं (1.1.16.28.16)
लिखित्वा (1.1.16.28.17)
लेपः (1.1.16.28.18)
लक्षणमुच्यमानमुपधारय। (1.1.17.5.0)
लभते (1.1.18.7.0)
लेपं (1.1.18.15.0)
लेपं (1.1.18.15.0)
लेपेन (1.1.18.16.0)
लवणेन (1.1.19.28.0)
लाङ्गलीं (1.1.19.29.0)
लक्ष्मीं (1.1.19.29.0)
लवणकटुकौ (1.1.20.16.0)
लवणतिक्तौ (1.1.20.16.0)
लवणकषायौ (1.1.20.16.0)
लवणश्चैव (1.1.20.23.0)
लघुः। (1.1.20.26.0)
लवणः (1.1.21.15.0)
लिङ्गानि (1.1.21.18.0)
लीनो (1.1.21.30.0)
लिङ्गानि (1.1.21.32.0)
लभन्ते (1.1.21.37.0)
लक्षणम्। (1.1.23.14.0)
लिङ्गं (1.1.24.11.0)
लेख्याश्चतस्रो (1.1.25.9.0)
लिङ्गमुक्तम्। (1.1.25.35.0)
लिङ्गम्। (1.1.25.38.0)
लिङ्गानि (1.1.25.40.0)
लोहवेणुवृक्षतृणशृङ्गास्थिमयेषु; (1.1.26.7.0)
लोहष्वेव, (1.1.26.7.0)
लोहानामपि (1.1.26.7.0)
लेढुं (1.1.27.20.0)
लालास्रावं (1.1.27.23.0)
लक्षयेत् (1.1.28.7.0)
लोहगन्धिस्तु (1.1.28.9.0)
लाजातसीतैलसमाः (1.1.28.10.0)
लोष्टभेदिनः। (1.1.29.11.0)
लक्षयेद्भिषक्। (1.1.29.54.0)
लवणं (1.1.29.65.0)
लभेताश्नीत (1.1.29.66.0)
लभते (1.1.29.66.0)
लभेत् (1.1.29.77.0)
लोकं (1.1.30.19.0)
लेखाभिर्यश्च (1.1.30.19.0)
लोहितिका (1.1.31.3.0)
लोचने। (1.1.31.9.0)
लुण्डन्ति (1.1.31.10.0)
लिह्यादुत्कारांश्च (1.1.31.16.0)
लघूनि (1.1.31.24.0)
ललाटमायान्ति (1.1.31.26.0)
ललाटे, (1.1.32.4.0)
ललाटे (1.1.32.4.0)
लोष्टं (1.1.32.6.0)
लोष्टेनाभिहन्ति, (1.1.32.6.0)
लेढि, (1.1.32.6.0)
लक्षणं (1.1.32.7.0)
लोहितं (1.1.33.24.0)
लोहितेक्षणः। (1.1.33.24.0)
लिङ्गं (1.1.34.5.0)
लघुहस्तः (1.1.34.19.0)
SEARCH BY CLASS
Tantra
पूर्वतंत्र
उत्तरतंत्र