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खम्
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Base Word |
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Headword |
Sandhi split |
POS |
Etymology |
Meaning |
नदीमुखम् | 103635 | "नपुं*,ष*त*" | H1 | - | NP | - | "नदी का मुहाना, जहाँ से नदी निकलती है, नदी का उद्गम स्थान" | ग्राम्यसुखम् | 28365 | नपुं* | H2 | ग्राम्य-सुखम् | NP | - | "स्त्री संभोग, मैथुन" | नखम् | 40575 | नपुं* | H1 | - | NP | "नह् + ख, हकारस्यलोपः" | बीस की संख्या | रत्नमुखम् | 69458 | नपुं* | H2 | रत्नम्-मुखम् | NP | - | हीरा | खटकामुखम् | 25104 | नपुं* | H1 | - | NP | - | बाण चलाते समय हाथ की विशेष अवस्थिति | परदुखम् | 46244 | नपुं* | H2 | पर-दुःखम् | NP | - | दूसरे का कष्ट या दुःख | दिङ्मुखम् | 36738 | नपुं* | H2 | दिक्- मुखम् | NP | - | आकाश की कोई सी दिशा या भाग | कथामुखम् | 18372 | नपुं* | H2 | कथा - मुखम् | NP | - | कहानी का परिचयात्मक भाग | वैशाखम् | 81063 | नपुं* | H1 | - | NP | - | बाण चलते समय की एक मुद्रा | द्रोणमुखम् | 38693 | नपुं* | H2 | द्रोणः- मुखम् | NP | - | "४०० गाँव की राजधानी, मुख्य नगर" | रणमुखम् | 69362 | नपुं* | H2 | रणः-मुखम् | NP | - | सेना का अग्रभाग | पुङ्खम् | 49863 | नपुं* | H1 | - | NP | पुमांसं खनति-पुम् + खन् + ड | "बाज, श्येन" | परिमुखम् | 47056 | अव्य* | H1 | - | AV | अव्य* सं* | "मुँह के सामने, (किसी के) इर्द गिर्द, चारों ओर" | निशामुखम् | 43580 | नपुं* | H2 | निशा-मुखम् | NP | - | रात्रि का आरम्भ | द्वीपिखम् | 39019 | नपुं* | H2 | द्वीपिन्- खम् | NP | - | एक प्रकार का सुगन्ध द्रव्य | सूचिमुखम् | 93314 | नपुं* | H2 | सूचि-मुखम् | NP | - | हीरा | वह्निशिखम् | 74960 | नपुं* | H2 | वह्निः-शिखम् | NP | - | कुसुंभ | प्रमुखम् | 54162 | नपुं* | H1 | - | NP | - | अध्याय या परिच्छेद का आरम्भ | सहृल्लेखम् | 90923 | नपुं* | H1 | - | NP | "हृदयस्य लेखः कालुष्यकरणम्, सह हृदल्लेखेन - ब* स*" | दूषित आहार | करटामुखम् | 101045 | नपुं* | H1 | - | NP | - | हाथी की कनपटी पर एक छिद्र जिसमें से हाथी की मदोन्मतता के समय तरल पदार्थ बहता है | आजिमुखम् | 99817 | "नपुं*,ष*त*" | H1 | - | NP | - | युद्ध का अग्रभाग | दिवसमुखम् | 36583 | नपुं* | H2 | दिवसः- मुखम् | NP | - | "प्रातःकाल, प्रभात" | आयमुखम् | 99961 | नपुं* | H2 | आयः-मुखम् | NP | - | राजस्व के रूप | महासुखम् | 64685 | नपुं* | H2 | महा-सुखम् | NP | - | संभोग | व्याघ्रनखम् | 81626 | नपुं* | H2 | व्याघ्रः-नखम् | NP | - | "खरौंच, नखक्षत" | शङ्खम् | 82394 | नपुं* | H1 | - | NP | - | एक स्मृतिकार | मुखसुखम् | 66154 | नपुं* | H2 | मुखम्-सुखम् | NP | - | "उच्चारण की सुविधा, ध्वन्यात्मक सुख" | आमुखम् | 11681 | अव्य* | H1 | - | AV | - | मुंह के सामने | अवज्ञादुःखम् | 8078 | नपुं* | H2 | अवज्ञा-दुःखम् | NP | - | नीचा दिखाये जाने की वेदना | यथासुखम् | 68085 | अव्य* | H2 | यथा-सुखम् | AV | - | "आराम से, सुखपूर्वक, इच्छानुकूल, जिससे सुख हो" | अहोमुखम् | 10065 | नपुं* | H2 | अहन्-मुखम् | NP | - | "दिन का आरंभ, प्रभात, उषःकाल" | दिनमुखम् | 36539 | नपुं* | H2 | दिनम्- मुखम् | NP | - | प्रातःकाल | खम् | 24997 | नपुं* | H1 | - | NS | - | ब्रह्मा | चतुर्मुखम् | 29190 | नपुं* | H2 | चतुर्-मुखम् | NP | - | चार द्वार वाला मकान | कुहूमुखम् | 101544 | "नपुं*,ष*त*" | H1 | - | NP | - | नयाचाँद | गोमुखम् | 27813 | नपुं* | H2 | गो-मुखम् | NP | - | जपमाला रखने की छायाशंकु के आकार की थैली | नान्दीमुखम् | 41567 | नपुं* | H2 | नान्दी-मुखम् | NP | - | "पितरों की पुण्यस्मृति में किया जाने वाला श्राद्ध, विवाह आदि शुभ उत्सवों से पूर्व की जाने वाली आरंभिक स्तुति " | मुखम्पचः | 66156 | पुं* | H1 | - | NP | "मुख + पच् + खच्, मुम्" | "भिखारी, साधु" | कुनखम् | 101388 | नपुं* | H2 | कु-नखम् | NP | - | "बुरा नाखून, भोंड़े या मैले नाखून" | अग्निशिखम् | 566 | नपुं* | H2 | अग्निः-शिखम् | NP | - | सोना | प्रतिमुखम् | 52560 | नपुं* | H2 | प्रति-मुखम् | NP | - | नाटक की एक घटना या गौणकथावस्तु जो नाटक के महान् परिवर्तन या उलट फेर को या तो जल्दी लादे या और भी अधिक देर कर दे | शतमुखम् | 82534 | नपुं* | H2 | शतम्-मुखम् | NP | - | सौ रास्ते या द्वार | मनोदुःखम् | 63100 | नपुं* | H2 | मनस्-दुःखम् | NP | - | "मन का क्लेश, पीडा, मनस्ताप" | असुखम् | 9821 | नपुं* | H1 | - | NP | - | "दुःख,पीड़ा" | मुखम् | 66095 | नपुं* | H1 | - | NP | - | "नाटक में अभिनयादि कर्म का मूलस्रोत, एक संधि" | नखम्पच | 40596 | वि* | H1 | - | NV | "नख + पच् + खश्, मुम्" | नाखून झुलसाने वाला | तदमुखम् | 33070 | नपुं* | H2 | तदा-मुखम् | NP | - | आरम्भ | राज्यसुखम् | 70049 | नपुं* | H2 | राज्यम्-सुखम् | NP | - | "राजकीय, माधुर्य" | सुखम् | 92854 | अव्य* | H1 | - | AV | - | "चुपचाप, शान्तिपूर्वक" | हलमुखम् | 110963 | नपुं* | H2 | हलम्-मुखम् | NP | - | फाल | दुःखम् | 103062 | नपुं* | H1 | - | NP | दुःख्+अच् | "कठिनाई, असुविधा" | हस्तिनखम् | 97573 | नपुं* | H2 | हस्तिन्-नखम् | NP | - | पुरद्वार पर बना हुआ मिट्टी का ढूहा | रथमुखम् | 69512 | नपुं* | H2 | रथः-मुखम् | NP | - | गाड़ी का अगला भाग | दुःखदुःखम् | 103066 | अ* | H2 | दुःखम्-दुःखम् | A | - | बड़ी कठिनाई के साथ | विषयसुखम् | 79070 | नपुं* | H2 | विषयः-सुखम् | NP | - | "इन्द्रियासक्ति, विषयोपभोग" | सेनामुखम् | 93872 | नपुं* | H2 | सेना-मुखम् | NP | - | नगर फाटक के बाहर बना मिट्टी का टीला | प्रेङ्खम् | 56134 | नपुं* | H1 | - | NP | प्र + इङ्ख् + घञ् | "झूलना, पेंग लेना" | स्तनमुखम् | 94606 | नपुं* | H2 | स्तन-मुखम् | NP | - | "चूचुक, चूची" | सूचिकामुखम् | 93325 | नपुं* | H2 | सूचिका-मुखम् | NP | - | "खोल, सीपी, शंख" | वाङ्मुखम् | 75102 | नपुं* | H2 | वाच्- मुखम् | NP | - | "किसी वक्तृता का आरंभ या प्रस्तावना, आमुख, भूमिका" | म्लेच्छमुखम् | 67674 | नपुं* | H2 | म्लेच्छ-मुखम् | NP | - | ताँबा | त्रिशिखम् | 35161 | नपुं* | H2 | त्रि-शिखम् | NP | - | किरीट या मुकुट | रथ्यामुखम् | 107436 | नपुं* | H2 | रथ्या-मुखम् | NP | - | किसी सड़क पर प्रविष्ट होने का द्वार | शरन्मुखम् | 83016 | नपु* | H2 | शरद्-मुखम् | NP | - | शरद ऋतु का आरम्भ | द्वन्द्वदुःखम् | 103369 | नपुं* | H2 | द्वन्द्वम्-दुःखम् | NP | - | हर्ष और शोक आदि की परस्पर विरोधी भावनाओं से उत्पन्न दुःख | कुम्भीमुखम् | 101489 | नपुं* | H1 | - | NP | - | "एक प्रकार का घाव, व्रण" | यानमुखम् | 68505 | नपुं* | H2 | यानम्-मुखम् | NP | - | "गाड़ी का अगला भाग, गाड़ी का वह भाग जहाँ जूआ बांधा जाता है" | सुमुखम् | 92682 | नपुं* | H2 | सु-मुखम् | NP | - | नाखून की खरोंच | अङ्कमुखम् | 720 | नपुं* | H2 | अङ्कः-मुखम् | NP | - | "अङ्क का वह भाग जहाँ सब अङ्कों का विषय सूचित किया गया हो अङ्कमुख कहलाता है, इसी से बीज और फल का संकेत होता है" | रजनिमुखम् | 69267 | नपुं* | H2 | रजनिः-मुखम् | NP | - | "सन्ध्या, सायंकाल" | ऋतुमुखम् | 16852 | नपुं* | H2 | ऋतु-मुखम् | NP | - | ऋतु का आरम्भ या पहला दिन |
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