Sanskrit Hindi Dictionary



Author : Sweety Rani, Shashi Singh, Archana Tiwari and other MA students)
Center/School : Sanskrit Center, JNU
Course : Structure and History of Sanskrit Language, Special Center for Sanskrit Studies,J.N.U.
Semester/Year : Winter09
Under the supervision of : Dr. Girish Nath Jha

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Results for ' उठ '


Base Word REF Category Headword Sandhi split POS Etymology Meaning
उत्थितिः14203स्त्री*H1-NPउद्+स्था+क्तिन्"उन्नति, ऊपर उठना"
लघुविक्रम71046वि*H2लघु-विक्रमNV-"तेज कदम वाला,शीघ्र पग उठाने वाला"
उत्कलाप्13897"वि*, ब* स*"H1-NV-पूंछ फैलाये हुए और सीधी उठाये हुए
उद्बोधनम्14901नपुं*H1-NPउद्+बुध्+णिच्+ल्युट्"प्रत्यास्मरण करना, उठाना"
उद्बाहु14893"वि*, ब* स*"H1-NV-"भुजाएँ ऊपर उठाये हुए, भुजाओं को फैलाये हुए"
प्रत्यभ्युत्थानम्105157नपुं*H1-NPप्रति+अभि+उद्+स्था+ल्युट्अतिथि का स्वागत करने के लिए अपने आसन से उठना
संयानम्86857नपुं*H1-NP-शव को उठाकर ले जाना
उदेज्17159भ्वा* आ*H2उद-एज्D-"उठना, ऊपर को होना"
प्रत्युज्जीवनम्53467नपुं*H1-NPप्रति+उद्+जीव्+ल्युट्"पुनर्जीवन होना, जीवन का फिर संचार होना, फिर से जी उठना"
शपथकरणम्109424नपुं*H1-NP-शपथ उठाना
प्रभुत्वाक्षेपः105204"पुं*,ष*त*"H1-NP-आदेश के वचन के द्वारा उठाया गया आक्षेप
उद्भावयितृ14917वि*H1-NVउद्+भू+णिच्+तृच्"ऊपर उठाने वाला, उत्कृष्ट बनाने वाला"
अपाकर्मन्4723नपुं*H1-NPअप+आ+कृ+मनिन्"चुकता कर देना,कारवार उठा देना "
उन्नमनम्15074नपुं*H1-NPउद्+नम्+ल्युट्"ऊपर उठाना, ऊँचा करना"
असुखिन्9826"वि*,न* त*"H1-NV-"स्वामी की स्वीकृति के बिना उसकी चीज उठा ले जाने वाला,चोर"
समुदक्त89732भू* क* कृ*H1-KNसम् + उद् + अञ्ज् + क्त"उठाया हुआ, ऊपर खींचा हुआ "
प्रत्युद्गमः53501पुं*H1-NPप्रति+उद्+गम्+अप्अतिथि का सत्कार करने के लिए अपने आसन से उठना या बाहर जाना
प्रत्युद्धरणम्53505नपुं*H1-NPप्रति+उद्+हृ+ल्युट्फिर उठाना
दन्तुर35707वि*H1-NVदन्त + उरच्"उठना, खड़ा होना"
उदानी100342भ्वा*आ*H1-D-"उठाना, उन्नत करना"
भारोद्धरणम्106196नपुं*H2भार-उद्धरणम्NP-बोझा उठाना
समुद्वहः89828पुं*H1-NPसम् + उद् + वह् + अच्उठाने वाला
"अगस्तिः,अगस्त्यः"111212पुं*H1-NS"विन्ध्याख्यम् अगम् अस्यति अस्यति,अस्+क्तिच् शक०,या अगं विन्ध्याचलं स्त्यायति स्तभ्नाति,स्त्यै+क,या अगः कुम्भः तत्र स्त्यानः संहतः इत्यगस्त्यः""एक प्रसिद्ध ऋषि या मुनि का नाम। ऋग्वेद में अगस्त्य और वशिष्ठ मुनि मित्र और वरुण की सन्तान माने जाते है। कहते है कि लावण्यमयी अप्सरा उर्वशी को देखकर इनका वीर्य स्खलित हो गया। उसका कुछ भाग एक घड़े में गिर गया तथा कुछ भाग जल में। घड़े से अगस्त्य का जन्म हुआ इसीलिए इसे कुम्भ्योनि,कुम्भजन्मा,घटोद्भव,कलशयोनि आदि भी कहते हैं। वर्णन मिलता है कि इसने विन्ध्याचल पर्वत् को जो बराबर उठता जा रहा था तथा सूर्यमण्डल पर अधिकार करने ही वाला था,और जिसने इसके रास्ते को रोक दिया था, नीचे हो जाने के लिए कहा। दे०‘ विन्ध्य०( यह आख्यायिका कई विद्वानों के मतानुसार आर्य जाति की दक्षिण देश में विजय और भारत की सभ्यता के प्रति प्रगति का पूर्वाभास देती है) इसके नाम एक अन्य आख्यायिका के अनुसार समुद्र को पी जाने के कारण पीताब्धि और समुद्रचुलुक आदि भी थे,क्योकि समुद्र ने अगस्त्य को रुष्ट कर दिया था,और क्योंकि अगस्त्य युद्ध में इन्द्र और देवों की सहायता करना चाहता था जब कि देवों का युद्ध कालेय नामक राक्षवर्ग से होने लगा था और राक्ष समुद्र में जाकर छिप गये थे और तीनों लोकों को कष्ट देते थे।उसकी पत्नी का नाम लोपामुद्रा था। वह विंध्य के दक्षिण में कुंजर पर्वत पर एक तपोवन में रहता था।उसने दक्षिण में रहने वाले सभी राक्षसों को नियन्त्रण में रक्खा। एक उपाख्यान में वर्णन मिलता है कि किस प्रकार इसने वातापि नामक राक्षस को खा लिया जिसने मेंढे का रुप धारण कर लिया था,और किस प्रकार उसके भाई को जो अपने भाई का बदला लेने आया था, अपनी एक दृष्टि से भस्म कर दिया। अपने वनवास के समय घूमते हुए भगवान् राम,सीता और लक्ष्मण सहित उसके आश्रम में गये। वहाँ अगस्त्य ने इनका बहुत आदर-सत्कार किया और राम का मित्र ,सलाहकार और अभिरक्षक बन गया। उसने राम को विष्णु का धनुष तथा कुछ और वस्तुएँ दीं( दे०रघु० १५/५५) ज्योतिष में इसे तारा भी माना जाता है-तु०रघु० ४/२१ भी।"
प्रत्युद्गमनीयम्53503नपुं*H1-NPप्रति+उद्+गम्+अनीयर्अतिथि का सत्कार करने के लिए अपने आसन से उठना या बाहर जाना
इन्ध्13184कर्मवा*<इध्यते>H1-D-"जलाया जाना, प्रदीप्त होना, लपटें उठना"
वैजयन्तिकः80802पुं*H1-NPवैजयन्ती + ठक्झण्डा उठाने वाला
शङ्क्82312"भ्वा* आ* <शङ्कते>, <शङ्कित>"H1-D-"आक्षेप करना, अपनी शंका या ऐतराज उठाना "
प्रत्युदि12872अदा* पर*H2प्रत्युद्-इD-स्वागत या सत्कार करने केलिए उठकर अगवानी करना
उद्गीर्ण100371वि*H1-KNVउद्+गृ+क्त"उठता हुआ, किनारे से बहता हुआ"
उत्पतनम्14207नपुं*H1-NPउद्+पत्+ल्युट्"ऊपर उठना या जाना, चढ़ना"
भारोढिः106197स्त्री*H2भार-ऊढिःNP-"भारवहन करना, बोझ उठाना"
उपार्जना16089स्त्री*H1-NP"उप+अर्ज्+ल्युट्, युच् वा""कमाना, लाभ उठाना"
मद्यवीजम्62659नपुं*H2मद्य-वीजम्NP-"खमीर उठाने वाली ओषध, खमीर पैदा करने वाली लेई"
आरूढिः11926स्त्री*H1-NPआ+रुक्+क्तिन्"चढ़ाव, ऊपर उठना, उन्नयन"
त्यक्तप्राण34850वि*H2त्यक्त-प्राणNV-"प्राण देने के लिए तैयार, कोई भी जोखिम उठाने को तैयार"
प्रोत्कण्ठ56300"वि*, प्रा* स*"H1-NVप्रकर्षेण उत्कण्ठःगर्दन ऊपर उठाये हुए या फैलाये हुए
प्रत्युद्गतिः53500स्त्री*H1-NPप्रति+उद्+गम्+क्तिन्अतिथि का सत्कार करने के लिए अपने आसन से उठना या बाहर जाना
अदत्तादायिन्1812वि*H2अदत्त-आदायिन्NV-जो न दी हुई वस्तुओं को उठा ले जाता है
उद्ग्रीव14720"वि*, ब* स*"H1-NVउन्नता ग्रीवा यस्यगर्दन ऊपर उठाये हुए
उद्यमनम्14953नपुं*H1-NPउद्+यम्+ल्युट्"उठाना, उन्नयन"
उद्वृह्80352भ्वा* पर*H2उद्-वृह्D-"उठाना, ऊपर को करना"
लुन्थ्72091भ्वा* पर* <लुन्थति>H1-D-"भुगतना, पिड़ित होना, कष्ट उठाना"
भीष्मकः60307पुं*H1-NS-"विदर्भ के राजा का नाम, जिसकी पुत्री रुक्मिणी को कृष्ण उठा लाया था"
उद्विबर्हणम्100431नपुं*H1-NPउद्+वि = वृह्+ ल्युट्"बचाना, निकलना, उठाना"
पर्युदस्त47659भू* क* कृ*H1-KNपरि + उद् + अस् + क्तरोका गया (नियमित) आपत्ति उठाई गई
उन्नम्40962भ्वा* पर*H2उद्-नम्D-"ऊपर उठाना, सीधा खड़ा करना"
प्रज्वलनम्52202नपुं*H1-NPप्र+ज्वल्+ल्युट्"देदीप्यमान होना, लपटें उठना, जलना, दहकना"
नग्नहु103623नपुं*H1-NP-"आसन तैयार करने के लिए उठाया गया खमीर, किण्वन"
उन्मस्ज्64065तुदा* पर* H2उद्-मस्ज्D-"पानी से बाहर आना, दृष्टिगोचर होना, उठना"
प्रत्युन्नमनम्53510नपुं*H1-NPप्रति+उद्+नम्+ल्युट्"पुनः उठना, फिर उछलना, पलटा खाकर आना"
किण्वः21083पुं*H1-NP"कण् - क्वन्, इत्वम्""मदिरा के निर्माण में खमीर उठाने वाला बीज, या औषधि"
प्रदवः53626पुं*H1-NPप्र+दु+अप्"जलना, ज्वालाएँ उठना"
उत्पताक14208"वि*, ब* स*"H1-NVउत्तोलिता पताका यत्र "झंडा ऊपर उठाए हुए, जहाँ झंडे फहरा रहे हों"
उत्तोलनम्14171नपुं*H1-NPउद्+तुल्+णिच्+ल्युट्"ऊपर उठाना, उभारना"
उत्थ14177वि*H1-NVउद्+स्था+क"ऊपर उठता हुआ, ऊपर आता हुआ"
एकधुरीण100810वि*H2एकः-धुरीणNV-एक ही भार को उठाने वाला
प्रया105221अदा*पर*H1-D-"ग्रस्त होना, अपने ऊपर लेना, उठाना"
बोधक58330वि*H1-NVबुध् + णिच् + ण्णुल्"जागने वाला, उठाने वाला"
अभिमुख5575वि*H1-NV-मुँह ऊपर को उठाये हुए
अवभ्रः8307पुं*H1-NP-"अपहरण, उठाकर ले जाना ।"
आकाशमुष्टिहननम्99736नपुं*H2आकाशः-मुष्टिहननम्NP-"मूर्खता का कार्य जैसे आकाश की ओर घूँसा उठाना, व्यर्थ कार्य"
प्रोन्नमित105496वि*H1-NVप्र+उत्+नम्+णिच्+क्त"उठाया हुआ, उभारा हुआ"
अपस्फर्95870तुदा* पर*H2अप-स्फर्D-चमक उठना
स्तुप्94834"दिवा* पर*, चुरा* उभ* <स्तूप्यति> <स्तूपयति> <स्तूपयते>"H1-D-"खड़ा करना, उठाना"
शस्त्रोद्यम:83327 पुं*H2शस्त्रम्-उद्यम:NP-(प्रहार करने के लिए) शस्त्र उठाना
अवटुः8096स्त्री*H1-NP-गरदन का उठा हुआ भाग
समुत्कर्षः89696पुं*H1-NPसम् + उत् + कृष् + घञ्"अपने अपको ऊपर उठाना, अपनी जाति की अपेक्षा किसी अन्य ऊंची जाति से सम्बन्ध रखना"
संशयमारुह्70450भ्वा* पर*HP-D-"जोखिम उठाना, सन्दिग्धावस्था में होना आदि"
यष्ट्युत्थानम्107082नपुं*H2यष्टिः-उत्थानम्NP-लकड़ी की सहायता से उठना
उदक्त14437वि*H1-NVउद्+अञ्च्+क्त"उठाया हुआ, ऊपर को उभारा हुआ"
अधिरोहिन्2174वि*H1-NVअधि+रुह्+णिनि"चढ़ने वाला, सवार होने वाला, ऊपर उठने वाला"
उत्पुच्छ14268"वि*, ब* स*"H1-NV-जिसकी पूंछ ऊपर उठी हो
प्रत्युत्थानम्53488नपुं*H1-NPप्रति+उद्+स्था+ल्युट्किसी अभ्यागत का स्वागत करने के लिए अपने आस न से उठना
प्रबोधिनी53927स्त्री*H1-NPप्र+बुध्+णिच्+णिनि+ङीप्देव उठनी एकादशी
उत्सञ्जनम्14312नपुं*H1-NPउद्+सञ्ज्+ल्युट्"ऊपर को फेंकना, ऊपर उठाना"
उदायुध14592"वि*, ब* स*"H1-NV-"जिसने शस्त्र उठा लिया है, शस्त्र ऊपर उठाये हुए"
हृत्98210वि*H1-NV"हृ + क्विप्, तुक्""ले जाने वाला, अपहरण करने वाला, हटाने वाला, उठाकर ले वाला, आकर्षक"
अभिहृ98133भ्व* उभ*H2अभि-हृD-"उठाकर ले जाना, हटाना,"
उद्गूर्ण14702वि*H1-KNVउद्+गूर्+क्त"ऊँचा किया हुआ, ऊपर उठाया हुआ"
उद्योजित100414वि*H1-KNVउद्+युज्+ णिच्+ क्त"उठाया हुआ, एक चित्र"
वृथाश्रमः80126पुं*H2वृथा-श्रमःNP-व्यर्थ चेष्टा या कष्ट उठाना
संशप्तकः87151पुं*H1-NP-वह षड्यन्त्रकारी जिसने किसी को मार डालने का बीड़ा उठाया हो
प्रेतधूमः56164पुं*H2प्रेत-धूमःNP-चिता से उठता हुआ धूआँ
उद्धस्त14849"वि*, ब* स*"H1-NV-हाथ आगे पसारे हुए या उठाये हुए
असम्मतादायिन्9677वि*H2असम्मत-आदायिन्NV-"स्वामी की स्वीकृति के बिना उसकी चीज उठा ले जाने वाला,चोर"
औन्नत्यम्17566वि*H1-NVउन्नत-ष्यञ्"ऊँचाई, ऊँचा उठना"
प्रतिबुध्58175भ्वा* उभ*प्रेर*H2प्रति-बुध्D-"जगाना, उठाना"
धाराधिरूढ़39849वि*H2धारा-अधिरूढ़NV-उच्चतम स्वर तक उठाया हुआ
लब्धतीर्थ107835वि*H2लब्ध-तीर्थNV-जिसने अवसर से लाभ उठा लिया है
अभ्युन्नम्40955भ्वा* पर*H2अभ्युद्-नम्D-"उठाना, उन्नत होना"
उदे100361अदा*पर*H1-Dउद्+आ+इ "ऊपर जाना, उठना, उन्नत होना"
स्तनकुड्मलम्110693नपुं*H1-NP-स्त्री के उठते हुए स्तन
त्यक्तजीवित34849वि*H2त्यक्त-जीवितNV-"प्राण देने के लिए तैयार, कोई भी जोखिम उठाने को तैयार"
मूषणम्66736नपुं*H1-NPमूष् + ल्युट्"चुराना, चुपके से खिसका लेना, उठा लेना"
उद्भ्रमणम्14944नपुं*H1-NPउद्+भ्रम्+ल्युट्"उगना, उठना"
हसनी97496स्त्री*H1-NPहसन + ङीप्"उठाऊ चूल्हा, कांगड़ी"
किण्वम्21084नपुं*H1-NP"कण् - क्वन्, इत्वम्""मदिरा के निर्माण में खमीर उठाने वाला बीज, या औषधि"
उत्कूर्चक100229"वि*, प्रा* स*"H1-NV-जो कूंची अपने हाथ में लेकर ऊपर को उठाये हुए है।
व्युत्थितिः81859स्त्री*H1-NPवि + उ + स्था + क्तिन्(हाथी को) उठाना
दाहात्मक36466वि*H2दाहः-आत्मकNP-जल उठने वाला
उच्चुम्ब्100204भ्वा*पर*H1-D-मुख ऊपर उठाकर चुम्बन करना
फक्क्56510"भ्वा*पर*<फक्कति>,<फक्कित>"H1-D-फूल उठना
सान्नहनिक91320वि*H1-NVसन्नहन + ठक्"शस्त्र उठाने के लिए कहने वाला, युद्ध के लिए तैयार होने को प्रोत्साहन देने वाला"
अपस्फुर्95993तुदा* पर*H2अप-स्फुर्D-चमक उठना
प्रत्युत्थित53489भू* क* कृ*H1-KNप्रति+उद्+स्था+क्तमिलने के लिए उठा हुआ
अभ्युत्थानम्6047नपुं*H1-NPअभि+उत्+स्था+ल्युट्"उठना,उन्नति,संपन्नता,मर्यादा"
उद्दण्डित100378वि*H1-KNVउद्+दण्ड्+क्त"उठाया हुआ, भक्त"
मद्यबीजम्106642नपुं*H1-NP-खमीर उठाने के लिए औषधि
भारसह59713वि*H2भार+सहNV-"जो अधिक बोझा उठा सके, (अतः) बहुत मजबूत, बलवान्"
पुनरुत्थानम्50129नपुं*H2पुनर्-उत्थानम्NP-"फिर उठना, पुनर्जीवित करना"
रेणूत्पातः107699पुं*H2रेणुः-उत्पातःNP-धूल का उठना
मुक्तासन66028वि*H2मुक्त-आसनNV-अपने आसन से उठा हुआ
निर्धूननम्103991नपुं*H1-NPनिर्+धूञ्+ल्युट्"दीर्घ निश्वास, लहरों की भाँति उठना गिरना"
उत्तोरण14170"वि*, ब* स*"H1-NV-उठी हुई या खड़ी मेहराबों आदि से सजा हुआ
उद्ग्रीविन्14721"वि, पुं*"H1-NVउन्नता ग्रीवा उद्ग्रीवा+इनिगर्दन ऊपर उठाये हुए
उपार्जनम्16088नपुं*H1-NP"उप+अर्ज्+ल्युट्, युच् वा""कमाना, लाभ उठाना"
उच्छ्रि86051भ्वा* उभ*H2उद्-श्रिD-"ऊपर उठाना, उन्नत करना, ऊँचा करना "
अंधकः111220पुं*H1-NSअन्ध+कन्"एक राक्षस का नाम जो कश्यप और दिति का पुत्र था। इसकी शिव ने हत्या कर दी थी। इसके वर्णन मिलता है कि एक हजार भुजाएँ और सिर थे,२००० आँखें और पैर थे। वह अंधों की भाँति चलता था इस लिए लोग उसे अंधक कहते थे,चाहे वह पूर्णतः ठीक ठीक देख सकता था। जब उसने स्वर्ग से पारिजात वृक्ष उठा कर ले जाने का प्रयत्न किया तो शिव ने उसकी हत्या कर दी।"
उत्पाद14244"वि*, ब* स*"H1-NV-जिसके पैर ऊपर उठे हों
अवबुध्58162भ्वा* उभ* H2अव-बुध्D-"उठाना, जगाना"
उन्मेषः15180पुं*H1-NP"उद्+मिष्+घञ्, ल्युट् वा""जाग जाना, उठना, दिखलाई देना, प्रकट होना"
उत्सर्पिन्100307वि*H1-NVउत्+सर्प+णिनि"बढ़ाने वाला, उठाने वाला"
शपथपूर्वकम्109425अ*H1-AV-शपथ उठाकर
पर्युदञ्चनम्47657नपुं*H1-NPपरि + उध् + अञ्च् + ल्युट्"उधार लेना, उठाना, उद्धार करना"
विमानवाहः108990पुं*H2विमानः-वाहःNP-पालकी उठाने वाला
प्रत्युद्या68408अदा* पर*H2प्रत्युद्-याD-"(आदर स्वरूप) उठकर मिलना, अभिवादन करना, सत्कार करना"
धूमोद्गारः40090पुं*H2धूमः- उद्गारःNP-धुआँ या वाष्प उठना
शोणाम्बुः85601पुं*H2शोण-अम्बुःNP-एक प्रकार का बादल जो प्रलय के समय उठता है
उत्कन्धर13877"वि*, ब* स*"H1-NVउन्नतः कन्धरोऽस्य "गर्दन ऊपर उठाये हुए, उद्ग्रीव"
उद्बोधः14899पुं*H1-NPउद्+बुध्+णिच्+ल्युट् "प्रत्यास्मरण करना, उठाना"
उत्क्षपक13961वि*H1-NVउद्+क्षिप्+ण्वुल्"ऊपर फेंकने या उछालने वाला, उन्नत करने वाला या ऊपर उठाने वाला"
बाहूत्क्षेपम्57827अव्य*H2बाहुः-उत्क्षेपम्AV-भुजाओं को ऊपर उठा कर
विस्फूर्जथुः79350पुं*H1-NP-"(लहरों का) आन्दोलित होना, लहरों का उठना"
प्रबोधनी53926स्त्री*H1-NPप्रबोधन+ ङीप्देव उठनी एकादशी
उत्थानैकादशी14190स्त्री*H2उत्थानम्-एकादशीNS-"देव-उठनी कार्तिक-सुदी एकादशी, विष्णुप्रबोधिनी"
उदञ्चित100324वि*H1-NVउद्+अञ्च्+ णिच्+क्तउठाया हुआ
समुद्गिरणम्89770नपुं*H1-NPसम् + उद् + गृ + ल्युट्"उठाना, ऊपर करना"
अधिरुह्70445भ्वा* पर*H2अधि-रुह्D-"उन्नत होना, ऊपर उठाना, बिठाना "
पार्ण48797वि*H1-NVपर्ण + अण्पत्तों से उठाया हुआ
व्युत्थानम्81853स्त्री*H1-NPवि + उ + स्था + ल्युट्(हाथी को) उठाना
उन्मेषणम्15184नपुं*H1-NP"उद्+मिष्+घञ्, ल्युट् वा""जाग जाना, उठना, दिखलाई देना, प्रकट होना"
प्रत्युद्गमनम्53502नपुं*H1-NPप्रति+उद्+गम्+ल्युट्अतिथि का सत्कार करने के लिए अपने आसन से उठना या बाहर जाना
उद्धा97608जुहो* आ*H2उद्-हाD-"चढ़ाना, (भौंहें) उठाना, सिकोड़ना "
उद्बृह्58243भ्वा* पर*H2उद्-बृह्D-"उठाना, ऊपर को करना"
उद्गल100364"वि*,न*ब*"H1-NV-गर्दन ऊपर उठाये हुए
कृतोद्वाह22754वि*H2कृत-उद्वाहNV-हाथ उपर उठाकर तपस्या करने वाला
दाह्यम्36480नपुं*H1-KNदह् + ण्यत्जल उठने के योग्य
झगझगायति32675ना*धा*पर*H1-D-"चमक उठना, दमकना, जगमगाना, चमचमाना"
विनिवेशनम्108879नपुं*H1-NPविनि+विश्+णिच्+ल्युट्"उठान,निर्माण"
सम्भृ110247जुहो*उभ*H1-D-उठाना
वीचिक्षोभ109209पुं*H1-NP-"लहरों का उठना,तरंगों से उत्पन्न हलचल"