Index Search for 'ज्ञातिरिति' |
Shloka: | ब्रूहि किं ते करोम्यत्र साहाय्यं पुरुषर्षभ । इक्ष्वाकुरस्मि तेज्ञातिरिति रामस्तमब्रवीत् ॥ |
Reference: | 3.42.267.0.35(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>सप्तषष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#35) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | सप्तषष्ट्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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