Index Search for 'एष' |
Shloka: | एष धाता विधाता च संहर्ता चैव सात्वतः । श्रीवत्सवक्षा गोविन्दः प्रजापतिपतिः प्रभुः ॥ |
Reference: | 3.37.187.0.53(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>सप्ताशीत्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#53) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | सप्ताशीत्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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