Index Search for 'एवमुक्ता' |
Shloka: | एवमुक्ता सुकन्या तु सुरौ ताविदमब्रवीत् । रताहं च्यवने पत्यौ मैवं मा पर्यशङ्किथाः ॥ |
Reference: | 3.33.123.0.10(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>तीर्थयात्रापर्व>त्रयोविंशत्यधिकशततमोऽध्यायः (123)>श्लोक#10) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | तीर्थयात्रापर्व |
Adhyaya: | त्रयोविंशत्यधिकशततमोऽध्यायः (123) |
Akhyana: | |
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