Index Search for 'एवं' |
Shloka: | एवं तत्राश्रमे तेषां तदा निवसतां सताम् । कालस्तपस्यतां कश्चिदतिचक्राम भारत ॥ |
Reference: | 3.42.279.0.22(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>एकोनाशीत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#22) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | एकोनाशीत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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