Index Search for 'एते' |
Shloka: | द्रौपद्युवाच - किं ते ज्ञातैर्मूढ महाधनुर्धरैरनायुष्यं कर्म कृत्वातिघोरम् ।एते वीराः पतयो मे समेता न वः शेषः कश्चिदिहास्ति युद्धे ॥ |
Reference: | 3.42.254.0.4(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>चतुःपञ्चाशदधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#4) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | चतुःपञ्चाशदधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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