Index Search for 'एतद्दृष्टं' |
Shloka: | एतद्दृष्टं मया राजंस्तस्मिन्प्राप्ते युगक्षये । आश्चर्यं भरतश्रेष्ठ सर्वधर्मभृतां वर ॥ |
Reference: | 3.37.187.0.49(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>सप्ताशीत्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#49) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | सप्ताशीत्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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