Index Search for 'एतद्ददानि' |
Shloka: | दासीसहस्रं श्यामानां सुवस्त्राणामलंकृतम् । दश कोट्यो हिरण्यस्य रुक्मभारांस्तथा दश ।एतद्ददानि ते विप्र सर्वज्ञस्त्वं हि मे मतः ॥ |
Reference: | 3.37.183.0.30(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>त्र्यशीत्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#30) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | त्र्यशीत्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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