Index Search for 'एतदिच्छामि' |
Shloka: | एतदिच्छामि विज्ञातुं तत्त्वेन हि महामते । कामया ब्रूहि मे तथ्यं सर्वं त्वं प्रयतात्मवान् ॥ |
Reference: | 3.37.205.0.20(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>पञ्चाधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#20) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | पञ्चाधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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