Index Search for 'एतदिच्छामि' |
Shloka: | एतदिच्छामि देवेश श्रोतुं ब्राह्मणकाम्यया । त्वत्तः कमलपत्राक्ष विस्तरेण यथातथम् । महद्ध्येतदचिन्त्यं च यदहं दृष्टवान्प्रभो ॥ |
Reference: | 3.37.186.0.128(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>षडशीत्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#128) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | षडशीत्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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