Index Search for 'एतदाचक्ष्व' |
Shloka: | एतदाचक्ष्व मे सर्वं विस्तरेण तपोधन । श्रोतुमिच्छामि चरितं भूरिद्रविणतेजसाम् । कथ्यमानं त्वया विप्र परं कौतूहलं हि मे ॥ |
Reference: | 3.29.1.0.7(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>आरण्यकपर्व>प्रथमोऽध्यायः (01)>श्लोक#7) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | आरण्यकपर्व |
Adhyaya: | प्रथमोऽध्यायः (01) |
Akhyana: | |
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