Index Search for 'एतदाचक्ष्व' |
Shloka: | कच्चिन्न रैभ्यं पुत्रो मे गतवानल्पचेतनः ।एतदाचक्ष्व मे शीघ्रं न हि मे शुध्यते मनः ॥ |
Reference: | 3.33.138.0.5(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>तीर्थयात्रापर्व>अष्टत्रिंशदधिकशततमोऽध्यायः (138)>श्लोक#5) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | तीर्थयात्रापर्व |
Adhyaya: | अष्टत्रिंशदधिकशततमोऽध्यायः (138) |
Akhyana: | |
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