Index Search for 'एतत्स्वयंभुवो' |
Shloka: | एतत्स्वयंभुवो राजन्वनं रम्यं प्रकाशते । यत्रायजत कौन्तेय विश्वकर्मा प्रतापवान् ॥ |
Reference: | 3.33.114.0.17(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>तीर्थयात्रापर्व>चतुर्दशाधिकशततमोऽध्यायः (114)>श्लोक#17) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | तीर्थयात्रापर्व |
Adhyaya: | चतुर्दशाधिकशततमोऽध्यायः (114) |
Akhyana: | |
Search other sources: | search this word on other online resources
|