Index Search for 'एतत्तदेव' |
Shloka: | एतत्तदेव गाण्डीवं तव पार्थ करोचितम् । मायामास्थाय यद्ग्रस्तं मया पुरुषसत्तम । तूणौ चाप्यक्षयौ भूयस्तव पार्थ यथोचितौ ॥ |
Reference: | 3.31.41.0.4(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>कैरातपर्व>एकचत्वारिंशोऽध्यायः (41)>श्लोक#4) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | कैरातपर्व |
Adhyaya: | एकचत्वारिंशोऽध्यायः (41) |
Akhyana: | |
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