Index Search for 'एकेनास्य' |
Shloka: | एकेनास्य धनुष्मन्तं बाहुं देहादपातयत् । द्वितीयेन सनाराचं भुजं भूमौ न्यपातयत् ॥ |
Reference: | 3.42.273.0.22(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>द्रौपदीहरणपर्व>त्रिसप्तत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः>श्लोक#22) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | द्रौपदीहरणपर्व |
Adhyaya: | त्रिसप्तत्यधिकद्विशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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