Index Search for 'एकराशौ' |
Shloka: | यदा चन्द्रश्च सूर्यश्च तथा तिष्यबृहस्पती ।एकराशौ समेष्यन्ति प्रपत्स्यति तदा कृतम् ॥ |
Reference: | 3.37.188.0.87(वनपर्व (आरण्यकपर्व)>मार्कण्डेयसमस्यापर्व>अष्टाशीत्यधिकशततमोऽध्यायः>श्लोक#87) |
Parva: | वनपर्व (आरण्यकपर्व) |
Upaparva: | मार्कण्डेयसमस्यापर्व |
Adhyaya: | अष्टाशीत्यधिकशततमोऽध्यायः |
Akhyana: | |
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