Index Search for 'एकतःश्यामकर्णानां' |
Shloka: | एकतःश्यामकर्णानां हयानां चन्द्रवर्चसाम् । भगवन्दीयतां मह्यं सहस्रमिति गालव ॥ |
Reference: | 5.54.117.11.5(उद्योगपर्व>भगवद्यानपर्व>सप्तदशाधिकशततमोऽध्यायः (117)>गालवचरितम्>श्लोक#5) |
Parva: | उद्योगपर्व |
Upaparva: | भगवद्यानपर्व |
Adhyaya: | सप्तदशाधिकशततमोऽध्यायः (117) |
Akhyana: | गालवचरितम् |
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