Index Search for 'एकतःश्यामकर्णानां' |
Shloka: | शुल्कं तु सर्वधर्मज्ञ हयानां चन्द्रवर्चसाम् ।एकतःश्यामकर्णानां देयं मह्यं चतुःशतम् ॥ |
Reference: | 5.54.116.11.5(उद्योगपर्व>भगवद्यानपर्व>षोडशाधिकशततमोऽध्यायः (116)>गालवचरितम्>श्लोक#5) |
Parva: | उद्योगपर्व |
Upaparva: | भगवद्यानपर्व |
Adhyaya: | षोडशाधिकशततमोऽध्यायः (116) |
Akhyana: | गालवचरितम् |
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