Search Caraka Samhita  (चरक-खोज-पृष्ठ)     Caraka Samhita Home (चरक-स्ंहिता-आदि-पृष्ठ)     Site Home  (वेब-फलक-आदि-पृष्ठ)

DIRECT SEARCH(unicode Sanskrit)
  

ALPHABET SEARCH
                                 अं       लृ                                    
                                                            क्ष   त्र   ज्ञ


SEARCH BY CLASS
Sthana
 


Results
Index Search for        'खलु'
Sutra: इहखलु राजानम् राजमात्रमन्यं वा विपुलद्रव्यं वमनं विरेचनं वा पायतिकामेन भिषजा प्रागेवौषधपानात् संभारा उपकल्पनीया भवन्ति सम्यक् चैव हि गच्छत्यौषधे प्र्तिभोगार्थाः व्यापन्ने चौषधे व्यापदः परिसंख्याय प्रतीकारार्थाः न हि सन्निकृष्टे काले प्रादुर्भूतायामापदि सत्यपि क्रयाक्रये सुकरमाशु संभरणमौषधानां यथावदिति ।
Reference:1.14.3.0(सूत्रस्थान>स्वेदाध्याय>सूत्र#3.0)
Sthana:सूत्रस्थान
Adhyaya:स्वेदाध्याय
Search other sources: search this word on other online resources