अमरकोष(वनौषधि-वर्ग) भावप्रकाश-निघण्टु-अनुक्रमणी
(Amarakosha Vanaushadhi Varga and Bhavaprakasha Nighantu Index)

The "Vanaushaadhi-varga of Amarakosha: A computational study" was completed as part of M.Phil. research submitted to Special Center for Sanskrit Studies, JNU in 2011 by Baldev Ram Khandoliyan (M.Phil 2009-2011) under the supervision of Dr. Girish Nath Jha and Prof. Yamini Bhushan Tripathi (BHU). The coding for the application was done by Dr. Girish Nath Jha.

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Search Results for 'मत्स्य'

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AUSHADHI NAME HINDI VARGA SYNONYMS SHLOKA SHLOKAHINDI SCINTIFIC NAME(LATIN)
मत्स्यहाऊबेरहरीतक्यादिवर्गःहाऊबेर- हपुषा, हबुषा, विस्रा। मत्स्यगन्धा- अश्वत्थफला, मत्स्यगन्धा, प्लीहहंत्री, विषघ्नी, ध्वांक्षनाशिनी, अश्वत्थफला।तन्मध्ये प्रथमफलं मत्स्यवद्विस्रगंधकम्। द्वितीयमश्वत्थफलसदशं मत्स्यगंधि च॥१०४॥ हपुषा हबुषा विस्रा पराश्वत्थफला मता। मत्स्यगन्धा प्लीहहन्त्री विषघ्नी ध्वांक्षनाशिनी॥१०५॥ हपुषा दीपनी तिक्ता मृदूष्णा तुवरा गुरुः। पित्तोदरसमीरार्शो ग्रहणीगुल्मशूलहृत्। पराप्येतद्गुणा प्रोक्ता रूपभेदो द्वयोरपि॥१०६॥हाऊबेर-अग्निप्रदीपक, कड़वा, कोमल, गरम, कसैला, भारी और पित्त, उदर, वायु, बवासीर, संग्रहणी, गुल्म तथा शूलरोगनाशक है। दूसरी भी यही गुण करती है केवल रूप भेद है।Juniperus communis
मत्स्यकुटकीहरीतक्यादिवर्गःकट्वी, कटुका, तिक्ता, कृष्णभेदा, कटम्भरा, अशोका, मत्स्यशकला, चक्रांगी, शकुलादनी, मत्स्यपित्ता, काण्डरुहा, रोहिणी, कटुरोहिणीकट्वी तु कटुका तिक्ता कृष्णभेदा कटंभरा। अशोका मत्स्यशकला चक्राङ्गी शकुलादनी॥१४४॥ मत्स्यपित्ता काण्डरुहा रोहिणी कटुरोहिणी। कटुका कटुका पाके तिक्ता रूक्षा हिमा लघुः॥१४५॥ भेदिनी दीपनी हृद्या कफपित्तज्वरापहा। प्रमेहश्वासकासास्रदाहकुष्ठक्रिमिप्रणुत्॥१४६॥रस में कड़वी, पाक में तीखी, रूखी, शीतल, हल्की, मलभेदक, अग्निदीपक, हृदय को हितकर और कफपित्त, ज्वर, प्रमेह, श्वास, खांसी, रुधिरविकार, दाह, कोढ़ तथा कृमिनाशक है।Picrorhiza kurroa